रास्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में (के एम् आमिष)
के. एम. आमिष का जीवन परिचय बहुआयामी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बायोग्राफी
के. एम. आमिष का जन्म उत्तर प्रदेश के विशाल जनपद लखीमपुर खीरी के विधानसभा कस्ता तहसील मितौली ग्राम पंचायत उसरी पिपरझाला के एक मुस्लिम परिवार में हुआ इनकी माता एक प्राइमरी आंगनवाड़ी अध्यापिका रही हैं जबकि आमिष के पिता एक कुशल कृषक रहे हैं आमिष के कुल 6 भाई तथा एक बहन है अपने भाइयों में से यह छठे नंबर पर हैं इनके परिवार के अनुसार यह बचपन से ही बहुत ही तेज और होनहार गरम तेवर रखने वाले रहे हैं कहते हैं कि अपनी पैदाइश के समय लगभग 6 माह तक रोना नहीं छोड़ा था यह सुनते सबकी हैं पर करते अपनी मनकी है जानकारी के अनुसार मात्र 11 वर्षों में ही पिपरझला प्राथमिक विद्यालय में प्रधान अध्यापिका के द्वारा बच्चों को पुस्तकों का वितरण न करने पर सीधे तौर पर विद्यालय में आए विद्यालय निरीक्षण बीएसएए B.S.A से शिकायत कर दी थी जिसकी वजह से प्रधानाध्यापक के द्वारा इनकी बहुत पिटाई की गई थी इनके द्वारा हाथ जोड़कर प्रार्थना ना किए जाने पर भी विद्यालय में चर्चा का विषय बना रहा तथा बाद में हाथ ना जोड़कर प्रार्थना करने की अनुमति प्राप्त कर ली थी शिक्षा व सामाजिक समस्याओं पर बचपन से ही बहुत रुझान रहा और समय-समय पर प्रश्न पूछे व सुझाए जाते रहे हैं प्राथमिक शिक्षा इनकी इनके मां के द्वारा दी गई जिसमें हिंदी का इमला व पठन तथा अंक गणित के प्रश्न बहुत आसानी के साथ सुलझा लिया करते थे बचपन में इनके द्वारा बड़ा बनने की ख्वाहिश रखने की वजह से बार-बार परचून की दुकान खोली जाना चर्चा का विषय रहा पर परिवार की स्थिति ठीक ना होने के कारण बकरी चराने की व रखरखाव जैसी जिम्मेवारी सौंपी गई थी अनेक प्रकार की कीमती वस्तुओं को तोड़कर छुपा कर रख देना इनके द्वारा खेल समझा जाता था जिसको लेकर पता चलता है कि आमिष बकरी चराने के दौरान घर से ही कुछ किताबें अपने गोट या कमर में छिपाकर ले जाते थे ताकि गांव वाले उनकी मजाक ना बनाएं ऐसा करने से वह सीधे पेड़ पर चढ़कर अपनी पढ़ाई किया करते थे कई दौरान उनकी बकरियां दूसरों के खेत में नुकसान किया करती थी और आए दिन उनकी बकरियां कानीहाउस बंद कर दी जाया करती थी जिसकी वजह से उनको काफी डांट व मार का भी सामना करना पड़ा बचपन में शैतानी का आलम यह था कि पक्षियों का कीड़े मकोड़ों को मार दिया करते थे यह बात उनके पिताजी को गवारा नहीं थी समझाने पर उनको समझ आ गया था कि यह हमारे संसार का हिस्सा है और उन्होंने तब से प्रतिज्ञा ली कि कभी भी हम जीव-जंतुओं को नहीं सताएंगे ओर ना ही मारेंगे। लेकिन अपने शिक्षण का स्तर जारी रखा नजदीकी जूनियर प्राथमिक स्कूल अबगंवा से मैट्रिक की पढ़ाई करने के दौरान बोल बाले मामा के बहकावे व परिवारिक काम के दबाव में आकर समाज को समझने के लिए घर से कुछ पैसे लेकर बगैर बताए दिल्ली तथा पंजाब जैसे शहरों में जा चुके हैं जिससे घरवालों का काफी बड़ा नुकसान भी हो चुका है पर निराश होकर पुनः वापस आना पड़ा इस दौरान स्कूल में ही क्लास के छात्रों को शिक्षकों को कहने पर गणित विषयों के प्रश्न हल किया करते थे जिससे हिंदू मुस्लिम छात्र व शिक्षक और छात्रों में मानसिकता को लेकर कुछ मतभेद हुए तथा नजदीकी पुलिस चौकी मडिया पर रिपोर्ट भी दर्ज की गई थी जिसको लेकर आमिष ने हार नहीं मानी थी और अपने आगे की पढ़ाई को जारी रखते हुए जिला पंचायत इंटर कॉलेज कस्ता में विज्ञान विषय के साथ दाखिला लिया जिसमें इनसे 1 बटा 2 प्लस 1 बटा 2 प्रश्न पूछा गया था यह आधे आधे का अनुमान लगाकर उनके मुंह से एक निकल गया और बगैर कोई प्रश्न किए हुए विज्ञान विषय में दाखिला मिल गया प्रत्येक प्रकार की प्रतियोगिताओं में बराबर की भागीदारी करते रहे भारत स्काउट गाइड की ओर से होने वाली प्रतियोगिता कक्षा छह से लगाकर कक्षा 12 तक अनेक प्रकार के प्रमाण पत्र उपस्थित हैं लेखनी के अच्छे ना होने के कारण निबंध प्रतियोगिता में अच्छे अंक प्राप्त ना हो सके जिसमें शिक्षकों के द्वारा काफी डांट भी खानी पड़ी तथा इंटर कॉलेज के प्रधानाध्यापक स्वयं अवधेश कुमार मिश्र के द्वारा इनकी लेखनी को प्रधानाध्यापक के कलम के द्वारा सुधरवाया गया इनके द्वारा कि स्कूल में ड्रेस के चलते हाफ टीशर्ट पहन के जाया जाता था जो टी-शर्ट लेडीस थी यह बात उन्हें पता नहीं थी जिस पर कई लड़कियां उनका मजाक भी उड़ाया करती थी पर बाद में शिक्षक के द्वारा पता चला कि जो वह टी-शर्ट पहन कर आ रहे हैं वह टीशर्ट लड़कियों के लिए बनी है उस दौरान उनको शहरी पहनावे के बारे में पता चला वर्ष 2006 की हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में आमिष इकलौते छात्र रहे जिनका प्रथम श्रेणी तथा कोई भी छात्र प्रथम श्रेणी उत्तरण नहीं कर सका मैट्रिक्स के शिक्षण में इनकी नानी पूर्व प्रधान अध्यापक कस्ता प्राथमिक जूनियर स्कूल श्रीमती किश्वरजहां का विशेष आर्थिक स्थिति का विशेष योगदान रहा बचपन से ही राजा लोने सिंह जी व उनकी इच्छाधारी तोप की तथा क्रांतिकारियों की कहानियां सुनकर प्रेरणा लेते रहे घरवाले इन्हें लखीमपुर शहर में पढ़ने के लिए भेजना चाहते थे पर इन्होंने मितौली के जनपद राजा लोने सिंह इंटर कॉलेज में पढ़ाई करना उचित समझा क्योंकि इनको राजा लोने सिंह जी से लगाव था इसी दौरान आमिष ने कस्ता में कंप्यूटर की बेसिक जानकारी सीख ली थी तथा राजा लोने सिंह इंटर कॉलेज मितौली में ही प्रवेश लिया जिसमें उन्होंने रसायन विज्ञान विषय में अच्छी पकड़ बना ली थी इस दौरान राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता चिन्मय मिशन में विज्ञान प्रतियोगिता में तृतीय स्थान हासिल करके जिले में पत्र-पत्रिकाओं में भी नाम रोशन किया इस दौरान अमिष को अलग से मैथ्स कोचिंग की जरूरत थी जिसके चलते अपनी मां से आग्रह करके प्राइवेट कोचिंग लेने के लिए मितौली में ही निवास करना शुरू किया जिसमें एक घटना के तहत दो मंजिला से रात्रि के दौरान ऊपर से गिरने से इनके पीठ में कई टूटी फूटी इंटे घुस थीं जिससे इनकी सांस वापस नहीं आ पा रही थी ऐसा लग रहा था कि कुछ क्षण बाद इनकी मृत्यु हो जाएगी और अब यह जीवित नहीं रह पाएंगे इनके ही कक्षा की छात्रा क्षमा यादव दोस्त जिसके पापा चिकित्सक थे छात्रा के रिक्वेस्ट करने पर उचित चिकित्सा उपलब्ध कराई गई जिससे इनकी सांस वापस आ जाती थी और कुछ समय पश्चात इनका स्वास्थ्य ठीक हो गया और यह पुनः अपने गांव वापस आ गए और गांव से ही 18 किलोमीटर की साइकिल से यात्रा करके कोचिंग और विद्यालय का बराबर निरंतर प्रयास जारी रखा ऐसा करने के लिए वह सुबह 3:00 बजे उठ जाया करते थे पर इनके पिता जी से पूछे जाने पर कि कितना बजा है वह कह दिया करते थे कि 5: बज गया है सुबह होने वाली है और पढ़ाई पर ध्यान आकर्षित करते थे विद्यालय में पूरे साल शिक्षक समय से उपलब्ध ना होने और उचित गुणवत्ता की शिक्षा प्रयोगशाला ना हो पाने के कारण परिणाम कुछ बेहतर नहीं रहा सन 2008 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इनके बड़े भाइयों (केमिकल इंजीनियर फर्टिलाइजर) में एक उत्तराखंड के शहर काशीपुर उधम सिंह नगर में जॉब करते थे जो कि इनका प्रवेश उसी शहर में बीकॉम विषय के साथ कराना चाहते थे पर यह अपनी पढ़ाई साइंस में ही जारी रखना चाहते थे जिसके चलते उन्होंने काशीपुर जाने से इनकार कर दिया इसको लेकर घरवाले काफी नाराज भी रहे और अपने स्वर्गीय नानाजी प्रधान अध्यापक हजी इरशाद अहमद खान की मदद से मेरिट लिस्ट बेस्ट से जो कि इनकी पढ़ाई व शिक्षा में लगन मेहनत को देखकर बहुत ही चिंतित रहते थे के चलते ज़िले के युवराज दत्त YDPG महाविद्यालय में बीएससी B Sc गणित के साथ दाखिला प्राप्त किया इस दौरान अपनी मां को छोड़कर घर वालों का साथ नहीं मिला और बीएससी में प्रवेश हेतु अपनी फीस का बंदोबस्त खुद ही किया इस दौरान वह अपने घर का काम खेत से संबंधित दिन में और फीस जुटाने के लिए दूसरों का काम लेवरी पर रातों में किया करते थे प्रवेश के पश्चात रसायन विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ एन. पी. N.P सिंह से शिक्षा के प्रति संवेदनशील होने की वजह से महत्व मिलता रहा और अलग से रसायन विज्ञान विषय जैसे विषय के साथ में शिक्षा प्राप्त करते रहे तथा महाविद्यालय प्रांगण के समस्त शिक्षकों के साथ अच्छा संबंध स्थापित किया जिसमें इनको गोला फेंक भाला फेंक लंबी दौड़ एनसीसी N.C.C व पुस्तकालय जैसी जगहों पर विशेष महत्त्व मिला इस दौरान आमिष ने भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया और जीत हासिल की इसी दौरान छात्र राजनीति व एम.एल.सी MLC शिक्षक व स्नातक चुनाव राजनीति के बारे में जानकारी मिली जिसको चलते इन्होंने छात्र राजनीति में भी हिस्सा लिया और इनके ही गुरुजन के द्वारा लड़े जा रहे शिक्षक संघ चुनाव के लिए पूर्व शिक्षकों गुरुजनों से वोट करने की अपील की गई जिसमें अमिष के उचित प्रयास के द्वारा जिला के महाविद्यालय में कोर्स वर्क हेतु बोर्ड पर क्लास चलवाने का प्रयास किया गया जो सफल रहा तथा 75% उपस्थिति के लिए सभी छात्रों से विशेष निवेदन किया 26 जनवरी के शुभ अवसर पर हो रहे प्रधानाध्यापक के द्वारा महाविद्यालय के प्रांगण में युवराज दत्त YDPG के समक्ष शपथ समारोह में युवराज दत्त के सपनों को लेकर शपथ दिलाई गई जो आज तक उनको याद है और उसी शपथ को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं जिसको लेकर युवराज दत्त प्रशासन YDPG को इनकी ओर से कई ज्ञापन भी प्रेषित किए जा चुके हैं इस दौरान अमिष अपना खर्चा निकालने के लिए होम ट्यूशन किया करते थे जिसमें इनको एक परिवारिक लड़की से लगाव हो गया था जिसको लेकर इन्होंने अपने अभिभावक से बात भी रखी थी पर अन्य कई बड़े भाइयों की वजह से बात नहीं बन सकी अभी तक आमिष अपने ननिहाल में रहकर पढ़ाई कर रहे थे कहते हैं कि मामा नाना अपने ननिहाल का बहुत बड़ा सपोर्ट रहा है अब जिसके चलते इनको अलग किराए से कमरा लेकर रहना पड़ा साथ ही में इनका छोटा भाई भी पढ़ाई कर रहा था अपना खर्च निकालने के लिए जिला के ही प्रतिष्ठित नौरंगाबाद कोचिंग सर्वेशठा इंस्टिट्यूट पर विज्ञान विषय हेतु पढ़ाने का कार्य शुरू कर दिया जिससे इनका खर्च निकलता था महाविद्यालय में शिक्षा के स्तर का माहौल कुछ खास नहीं था जिसके चलते इनको प्रयोगात्मक परीक्षा में भी कुछ खास अंक प्राप्त नहीं हो सके जिसके कारण द्वितीय श्रेणी के साथ सन 2012 में बीएससी B. Sc स्नातक उत्तीर्ण किया गया आगे की अपनी पढ़ाई को जारी रखने के लिए नजदीकी विश्वविद्यालय डॉ राम मनोहर लोहिया से संबंध किसान महाविद्यालय K.D.C बहराइच से एमएससी M. Sc के लिए दाखिला प्राप्त किया जिसमें केमिस्ट्री विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पीएन P.N त्रिपाठी व डॉ विवेक दीक्षित को आमिष से विशेष लगाव हो गया जिसके कारण किसान महाविद्यालय की पुस्तकालय का प्रयोग करना शुरू कर दिया था और विश्वविद्यालय के द्वारा कराए जा रहे विभिन्न प्रकार के कॉन्फ्रेंस सेमिनार में बराबर भागीदारी रहे कई प्रकार के प्रमाण पत्र तथा पुरस्कार से सम्मानित है। अब आमिष ने अपनी प्रयोगात्मक शिक्षण पर विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया था जिसके चलते एमएससी फाइनल वर्ष में प्रयोगात्मक परीक्षा प्रमुख के द्वारा काफी आकर्षण प्राप्त हुआ और इस बार प्रयोगात्मक मार्क अच्छे प्राप्त किए जिससे इनका एमएससी M. Sc कॉलेज टॉप हो गया आगे की पढ़ाई को जारी रखने के लिए लखनऊ में अपने बड़े मामा के घर में रहना शुरू किया और पीएचडी Phd प्रवेश परीक्षा की तैयारी हेतु लखनऊ की ही कैटालिस्ट कोचिंग से शिक्षण लेना शुरू किया छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय C.S.J.M.U कानपुर की ओर से कराए जा रहे एमफिल M.Phil प्री पीएचडी प्रवेश परीक्षा में संपूर्ण भारत में नवी रैंक हासिल करके एमफिल M. Phil रसायन विज्ञान विषय में प्रवेश प्राप्त कर लिया जिसमें इनके नाना जी के द्वारा ही एमफिल की पूरी फीस जुटाई गई थी जिसमें अमिष ने नैनोटेक्नोलॉजी नैनो विज्ञान को आधार बनाया विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर डॉ बृजेंद्र प्रताप सिंह के सुपरवाइजर में आमिष ने अपने डीजर्टेशन पूर्ण किया जिसमें उन्होंने सनथेसिस ऑफ नैनो पार्टिकल कैरक्टराइजेशन एंड एप्लीकेशन पर थीसिस प्रकाशित की अब ये लेख व शोध पत्र लिखना शीख चुके थे इस दौरान आमिष ने स्वयं में ही संथेशिस ऑफ कार्बन नैनोट्यूब एंड कैरक्टराइजेशन पर एक और लेख प्रकाशित किया जिससे इनका फाइनल प्रेजेंटेशन काफी अच्छा गया इस दौरान इनके सुपरवाइजर के द्वारा सीएसआईआर CSIR की शोध लेख लखनऊ सीडीआरआई CDRI व आईआईटी IIT कानपुर में लिटरेचर लेने हेतु व विभिन्न प्रकार के कॉन्फ्रेंस सेमिनार में भागीदारी कराने हेतु भेजते रहे के चलते एमफिल M. Phil में भी विश्वविद्यालय में प्रथम श्रेणी की उपाधि प्राप्त करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व गवर्नर श्रीमान राम नायक जी के द्वारा 2015 में मेडल डिग्री के साथ-साथ सहसम्मान सम्मानित किए जा चुके हैं और अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए दिल्ली तक का सफर किया शोध वर्क करने के लिए नेट जेआरएफ NET JRF निकालना चाहते थे जिसके लिए उन्होंने भारत के टॉप शिक्षण संस्थान केरियर एंडइवर में भी प्रवेश लिया दिल्ली का खर्चा निकालने के लिए कई छोटी कोचिंग संस्थाओं में पढ़ाने का कार्य किया जिसमें इनका समय ज्यादा व्यर्थ हो जा रहा था जिसके चलते इनके एक भाई ने दिल्ली का खर्च निकालने के लिए काफी मदद की तत्पश्चात कोचिंग के ही शिक्षकों की मदद से डायरेक्टर के द्वारा कोचिंग की ओर से देय शिक्षण सामग्री में रसायन विज्ञान की पुस्तकों की सामग्री करेक्शन कैरक्टराइजेशन का कार्य मिल गया जिससे इनकी शिक्षण की फीस निशुल्क कर दी गई लगातार गिरते स्वास्थ्य सांस की समस्या होने के कारण दिल्ली छोड़ हताश होकर इन्हें पुनः वापस आना पड़ा और अपने लेखनी के कार्य को जारी रखा 2 साल की कड़ी मेहनत के बाद संपूर्ण भारत में इकलौती इंटर डिस्प्लेनरी टॉपिक्स रसायन विज्ञान की पुस्तक लिखकर बहुआयामी प्रकाशक में प्रकाशित कराई जो कि नेट जेआरएफ NET-JRF की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए विशेष कारगर साबित हुई जिसमें इन्होंने पर्यावरण रसायन, हरित रसायन, सुप्रमोलीक्यूलर रसायन, नैनो तकनीकी रसायन, औषधि रसायन आदि टॉपिक्स पर लेख लिखा आमिष के द्वारा विश्व विख्यात स्ट्रक्चर प्रॉपर्टी बेस्ट रासायनिक विज्ञान के तत्वों एलिमेंट के 32 गुना के साथ में एक पीरियोडिक टेबल आवर्त सारणी भी डिजाइन की गई है जिसकी इन्होंने कॉपीराइट करा रखी है जो की बिक्री के लिए नहीं है, आवर्त सारणी की विभिन्न कोचिंग शिक्षण संस्थानों में डिमांड भी है साथ ही साथ उच्च शिक्षा में विशेष नाम कमाने के लिए कई बार भारत के प्रख्यात इंस्टिट्यूट आकाश जैसे बोर्ड पर भी पढ़ाने का प्रयास किया लेकिन अंग्रेजी अच्छी ना होने के कारण वहां से जॉब से हाथ गंवाना पड़ा परंतु आकाश जैसी संस्थाओं का टैग लगने के कारण राजस्थान के शहर कोटा में विश्व प्रख्यात कोचिंग संस्था कैरियर पॉइंट में 68000Rs पर माह पर सिलेक्शन हो गया था जिसमें नीट NEET-JEE जैसी पढ़ाई के साथ-साथ में जेई की भी पढ़ाने करानी थी जिसमें आमिष को जेईई के प्रश्न पत्र हल करने में परेशानी हो रही थी और साथ ही साथ कोचिंग प्रबंधक कार्यकारिणी का रवैया शिक्षकों के प्रति लेबरों की भांति दिखाई दे रहा था तथा कैरियर पॉइंट कोचिंग के द्वारा श्रीनगर जम्मू कश्मीर में सिलेक्शन दिया गया जहां के हालात काफी खराब थे उस दौरान वहां पर पथराव बाजी चल रही थी जोकि सन 2017-18 की बात है अपनी गार्जियन के मना करने पर जम्मू कश्मीर न जाने का निर्णय लिया जाना उचित नहीं समझा, गरीबी अमीरी का एक लेवल खींचा हुआ था जिसमें गरीब बच्चों के साथ फीस के चलते कोई रिलैक्सेशन नहीं हो पा रहा था और काफी बच्चों को उत्तर प्रदेश बिहार के बच्चों को वापस जाना पड़ रहा था जो आमिष के लिए एक चिंता का विषय बनता चला गया जो की रातों में सोने नहीं दे रहा था अमिष ने बगैर अपने अभिभावकों को बताएं वहां से रिजाइन त्यागपत्र दे दिया और पुनः वापस आकर लखनऊ में शिक्षण के स्तर को शुरू कर दिया अब अमिष शिक्षण के स्तर को प्रयोगात्मक तरीके से करना चाहते थे जिसके लिए वह समय-समय पर विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक गैजेट्स बनाने पर जोर देना चाहते थे इस दौरान यह दिल्ली में बेर सराय जेएनयू J.N.U ओल्ड केंपस के पड़ोस में रहते थे और साउथ एक्स पार्ट वन प्रेरणा कोचिंग संस्थान में पढ़ाया करते थे जिसमें कोचिंग संस्थाओं ने इनकी भारी फीस आज तक नहीं दी जिस दौरान जेएनयू J.N.U में सामाजिक मुद्दे पर आए दिन कोई ना कोई प्रतिक्रिया गतिविधियां धरना प्रदर्शन आंदोलन चलता रहता था दिल्ली के हौज खास मेट्रोस्टेशन बेरशराय जिस किराए के प्लेट में वह रहते थे उस फ्लैट के मालिक का एक रेस्टोरेंट था जिसका खाना या विशेष प्रोग्राम हेतु मीठा जेएनयू J.N.U केंपस जाया करता था आमिश की अपने मकान मालिक के साथ अच्छी बनती थी मकान मालिक के कहने पर अमीश पहली बार J.N.U जाते हैं और वहां के माहौल को समझने की कोशिश करते हैं जहां से उनकी जिंदगी में राजनीतिक बदलाव आने शुरू हो गए जिसने अमिष को काफी प्रभावित किया सर्वप्रथम अमिष ने जेएनयू J.N.U के पूर्व छात्र संघ के अध्यक्ष डॉ कन्हैया कुमार के बचाव में प्रदर्शन में शामिल हुए थे वहां से शासन प्रशासन के बीच की कड़ी को समझा और जाना परखा वहीं से राजनीतिक रुझान आया और सरकारी विभाग में खोखले तरीके से जो कार्य हो रहे थे उस पर अंकुश लगाना और सरकार से प्रश्न करना शुरू कर दिया आमिष स्वतंत्र होकर कार्य करना चाहते थे इनको परिवारिक दबाव व शासनिक प्रशासनिक दबाव बिल्कुल पसंद नहीं था इनके कार्य में रुकावट करने वाले लोगों के खिलाफ काफी चिड़ते हैं फिर चाहे इन का सगा भाई ही क्यों ना हो पर आमिष के अभिभावक पूर्ण समर्थन करते रहे कभी भी किसी प्रकार के कार्य को करने के लिए मना नहीं किया प्रश्न नहीं किए उनको भली-भांति यह पता है कि उनका बेटा जो भी कर रहा है वह समाज के लिए अच्छा ही होगा बस उनको परिवारिक चिंता सताती रहती है। जिसके चलते उन्होंने प्रसिद्ध बहुआयामी शिक्षा तकनीकी एवं अनुसंधान समिति एनजीओ NGO, 30 दिसंबर सन 2017 को निर्माण किया जिसमें सर्वप्रथम उत्तर प्रदेश तत्पश्चात संपूर्ण भारत के लोग जुड़ते गए जिसमें सभी स्नातक उच्च शैक्षिक लोगों द्वारा विशेष ख्याति प्राप्त की गई जिसका उद्देश्य संपूर्ण भारत के शिक्षण स्तर, शिक्षा प्राणी को पूर्णतया प्रयोगात्मक कराना है जो संस्था आज भी तेजी के साथ शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रही है हजारों छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान दे चुकी है शिक्षा के बाजारीकरण व कोचिंग संस्थाओं में नीट NET,जेई JEE, नेट जेआरएफ NET-JRF, गेट GAT जैसे एग्जाम को लेकर बेचे जा रहे नोट पर अंकुश लगाने का कार्य किया है और छात्रों को शिक्षण सामग्री निशुल्क तथा टैक्स फ्री कराने का भी भारत सरकार से अनुरोध किया है व सामग्री उपलब्ध कराने का भी कार्य किया है संस्था के माध्यम से संपूर्ण भारत में संस्था से जुड़कर कोई भी साथी निशुल्क पुस्तक प्रकाशित करवा सकता है निशुल्क आईएसबीएन I.S.B.N नंबर और सरकारी फीस पर कॉपीराइट की प्रक्रिया करा सकता है अनेक प्रकार के संस्था के माध्यम से समाज हित में पुस्तकें प्रकाशित की जा चुकी हैं तथा संस्था के ही माध्यम से एक बहुआयामी प्रकाशक का निर्माण किया गया जिसमें वह समस्त लेख पुस्तकों का निशुल्क आईएसबीएन I.S.B.N नंबर देकर प्रकाशित किए जा रहे हैं जो शिक्षा के स्तर व समाज में अच्छी गुणवत्ता के लिए तथा अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में कारगर साबित होते हैं बहुआयामी नैनो विज्ञान पत्रिका तिमाही प्रकाशित हो रही है
जिस पत्रिका का अप्रूवल भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय न्यूज़ रजिस्टार आफ इंडिया R.N.I की तरफ से भी मान्यता प्राप्त हो चुकी है जिसमें समय-समय पर संस्था से जुड़े हुए साथियों के व अन्य के लेख प्रकाशित किए गए हैं जिस की प्रतियां संस्था की आधिकारिक वेबसाइट www.multidpublication.in इंटरनेट पर निशुल्क उपलब्ध है आमिष के द्वारा विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी से संबंधित अनेक प्रकार के सीएसआइआर निस्केयर पत्रिका विज्ञान प्रगति व एनआरडीसी की पत्रिका आविष्कार व अनेक प्रकार के पत्र पत्रिकाओं में भी लेख प्रकाशित हो चुके हैं संस्था लगातार दिन पर दिन प्रगत करती हुई जा रही है प्राप्त जानकारी के अनुसार आमिष के पास लगभग 400 से अधिक किताबों का संग्रह है ऐसे में अनेक समाज में एजेंट जिन पर संस्था ने अंकुश लगाया था संस्था के खिलाफ झूठी शिकायत व लेख प्रकाशित किया जिसको लेकर संस्था के ही पदाधिकारियों ने बहुआयामी समाचार मल्टीडाइमेंशनल न्यूज़ एम. डी. M.D. न्यूज़ प्रकाशक का निर्माण कर दिया और जो भारत का एकमात्र समाचार पत्र है जिसमें सिर्फ शिक्षा तकनीकी अनुसंधान से संबंधित ही खबरें प्रकाशित होती हैं उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में जिला ब्यूरो चीफ या विभिन्न प्रकार के पत्रकार बनाने शुरू कर दिए जो कि शासन प्रशासन के समस्त विभागों पर हो रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने व प्रश्न करने का प्रयास कर रहे हैं प्राप्त जानकारी के लिए संस्था के माध्यम से अभी तक भारत के विभिन्न विभागों और मंत्रालयों में 1000 से अधिक ज्ञापन व सरकार को सुझाव दिए जा चुके हैं जिसमें से सरकार की तरफ से लगभग 5 से 10% ज्ञापनों पर ही सुनवाई हुई है 90 परसेंट ज्ञापनों को डस्टबिन में डालकर कूड़ा कचरा बना दिया गया है जो बात इसको बिलकुल गवारा नहीं है तथा इनकी संस्था के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विशाल जनपद लखीमपुर खीरी में महिलाओं के शिक्षण के स्तर को देखते हुए एक राजा लोने सिंह जी का त्याग और बलिदान को देखते हुए के नाम से सरकार से विश्वविद्यालय की मांग की जा रही है। इस दौरान जीवन का खर्च निकालने के लिए अमिष ने फर्रुखाबाद जनपद के प्रतिष्ठित महिला महाविद्यालय सिटी पीजी कॉलेज में प्राइवेट स्नातक लेक्चर शिक्षक के तौर पर शिक्षण का कार्य किया जिसमें बीएससी एमएससी जैसे छात्राओं को शिक्षण दिया तथा अनेक छात्रों को शिक्षा के महत्व को समझाया और शिक्षण के दौरान ही नीट जेईई परीक्षाओं को बीट करवा दिया जिसमें विद्यालय परिवार आज भी अमिष जी की सराहना करता रहता है और विशेष दर्जा उपलब्ध कराता है जिससे कॉलेज की कार्यकारिणी प्रबंधक के द्वारा बॉलीवुड के सुपरस्टार विश्व प्रसिद्ध गोविंदा से भी मुलाकात कराई गोविंदा जी से भी बहुत कुछ इनको सीखने को मिला आमिष के कड़ी मेहनत लगन कार्यों को देख कर दिल्ली के आम आदमी पार्टी के प्रभारी वर्तमान राज्यसभा सांसद श्रीमान संजय सिंह जिनकी पहले से इन पर नजर थी के द्वारा खास नजर रखी गई आमिश भी दिल्ली में निवास करने के कारण आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल के शिक्षा के क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों से काफी प्रभावित थे जिसके चलते उत्तर प्रदेश आप प्रभारी श्रीमती ब्रिज कुमारी जी व बाद में बनाए गए उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष सभाजीत सिंह चौहान जी के द्वारा जनपद लखीमपुर खीरी का आम आदमी पार्टी से अध्यक्ष बनाकर दिल्ली से भेजा गया जनपद खीरी में आने से पता चला कि जनपद खीरी में आप पार्टी का अध्यक्ष पहले से उपस्थित है तो इन्होंने जिला महासचिव का दायित्व सौंपा और जिले में आम आदमी पार्टी की आठों विधानसभा की टीम कार्यकारिणी पूर्ण कराई ना सिर्फ जिले में बल्कि उत्तर प्रदेश के अनेक जनपदों में तथा अनेक प्रकार के धरना प्रदर्शन आंदोलनों में बराबर की सहभागिता निभाई दिल्ली जैसे इलेक्शन में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी लक्ष्मी नगर के पूर्व विधायक नितिन त्यागी जी के लिए के इलेक्शन में कमपेनिंग व कठिन परिश्रम करके जीत भी दर्ज कराई आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय पर एक महीने तक का समय भी व्यतीत किया जिस दौरान राजनीति के नए-नए दांवपेच भी सीखने का मौका मिला पार्टी में अनेक प्रकार के साथियों को जोड़ा शिक्षा मंत्रालय की ओर से कोविड के दौरान कराई जा रही नीट परीक्षा को लेकर रामसेतु लखनउ पर शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका जिसमें 1 घंटे की वंश राज दुबे छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष जी की अध्यक्षता में अरेस्टी भी दी जा चुकी है यस बैंक घोटाले में बढ़-चढ़कर हजरतगंज महात्मा गांधी प्रतिमा के नीचे प्रदर्शन भी किया गया और ठीक इसी प्रकार बनारस में संस्कृति विभाग का मुस्लिम प्राध्यापक चुने जाने पर हिंदुत्ववादी संगठनों ने विरोध किया जिसके चलते लखनऊ जिला अधिकारी को आम आदमी पार्टी छात्र संघ के बैनर तले दुबे जी की अध्यक्षता में आमिश के सहयोग से ज्ञापन भी प्रेषित किए गए जेएनयू J.N.U जैसी प्रतिष्ठित संस्था में एकाएक फीस बढ़ाने का भी अग्रणी विरोध जताया गया था आमिश जी के नेतृत्व में ही आम आदमी पार्टी के शिक्षा के कार्यों को देखकर प्रभावित होकर विशाल जनपद लखीमपुर खीरी के विधानसभा 143 कस्ता में सन 2016 में आम आदमी पार्टी का कार्यालय भी खुलवाया गया था राजनीति में कुछ भी सही गलत नहीं होता अनेक प्रकार के जिला अध्यक्ष के द्वारा आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए जिसको लेकर अमिष ने अनेक बार आप पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह चौहान व प्रदेश सचिव दिनेश सिंह पटेल जी को भी पत्र और ईमेल किए पार्टी को अनेक प्रकार के सुझाव पत्र भी भेजें पर कहीं ना कहीं से अमिष का राजनीति में हनन हो रहा था जिसके चलते अमिष जी ने पार्टी के अंदर ही पार्टी अधिकारियों से पर्दे के पीछे हो रही काली राजनीति पर प्रश्न करना शुरू किया जिसमें आमिष को इग्नोर किया गया और आमिश का आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर ऐसा भी आरोप है कि वह मुसलमानो को अंदरूनी राजनीति से दूर रखते हैं और दूसरी और उनके एक भाई जो कि आमिष के राजनीतिक रुझान होने पर काफी नाराज रहते थे आमिष द्वारा पार्टी में रहते हुए रेल घोटाले पर रेल मंत्री पीयूष गोयल का पुतला फूंका गया था जिसमें आमिश के खिलाफ नजदीकी पुलिस चौकी पिपरझला से कुछ थाना पुलिस भी हो गया था जिस पर आम आदमी पार्टी के उच्च पदाधिकारी ने कोई भी सहयोग नहीं किया जिससे इनके भाई काफी नाराज हुए तुम राजनीतिक पार्टी से दूर रहो। अमिष को मजबूर होकर पार्टी में इस्तीफा देना पड़ा इस दौरान अमिष राजनीति के दांव पेच सीख चुके थे वह यह समझ चुके हैं कि राजनीति के बगैर जिंदगी अंधकार जैसी है एक कीड़े की जैसी है जो कोई भी राजनेता जूतों के तले कुचल सकता है को लेकर पब्लिक न्यूज़ पर जनता व समाज के हक में मुद्दे बनाते हुए सरकार से प्रश्न पूछना शुरू कर दिया अभी तक आमिष के द्वारा 1000 से आधिक वीडियो प्रकाशित किए जा चुके ऐसे में बहुआयामी संस्था के पदाधिकारियों के द्वारा एक नई राजनीतिक पार्टी का निर्माण करने की विचारधारा सुझाई गई वह संस्था के पदाधिकारियों ने नई ऊर्जा दी जिसमें यह देखा गया कि संस्था में सभी उच्च शैक्षिक पीएचडी PhD होल्डर, अधिवक्ता, शैक्षिक समाज, पत्रकार आदि विभिन्न प्रकार की सामाजिक संस्थाएं से साथी जुड़े है जिसके माध्यम से एक नई बहुआयामी राजनीतिक पार्टी बी. ए. पी BAHU-AYAMI PARTY B.A.P का निर्माण किया जा सकता है तत्पश्चात सर्व सहमति से 10 मार्च 2024 को उत्तर प्रदेश के विशाल जनपद लखीमपुर खीरी भारत की प्रथम शिक्षा का महिला सावित्रीबाई फुले की जयंती पर पार्टी का गठन किया गया जिसमें सैकड़ो शैक्षिक समाज पत्रकार समाज विभिन्न एनजीओ संस्थाओं के संचालक सहभागी के तौर पर पदाधिकारी के तौर पर उपस्थित थे जिसमें अनेक प्रकार के उच्च शैक्षिक लोग जो समाज में बदलाव चाहते हैं तेजी के साथ पार्टी में जुड़ रहे हैं जिसके माध्यम से सरकार को आईना दिखाने का कार्य समय-समय पर ज्ञापन के माध्यम से किया जा रहा है आमिष के द्वारा मात्र 32 वर्ष की उम्र पार्टी का संविधान कुछ इस प्रकार लिख दिया गया है कि अन्य राजनीतिक पार्टी चकाचौंध होकर रह गई हैं उनके द्वारा संविधान में यह मांग की गई है कि पार्टी में अंतिम निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष का मान्य ना होकर न्यायालय का मान्य होगा और अपनी ही पार्टी के अंदर एक पार्टी महिला टीम की होगी जिसमें पार्टी के अंदर के पदाधिकारियों को निष्कासित करने अंकुश लगाने का अधिकार सुनिश्चित होगा बहुआयामी पार्टी की निव बहुआयामवाद पर रखी है जिसमें भारत के मूल संविधान में मूल शपथ की भी मांग भी कर दी गई है पार्टी की विचारधारा के अनुसार लगातार रिपीट करने वाले 50 साल से अधिक के सांसद सदन तक नहीं पहुंचने चाहिए और छात्र राजनीति को बढ़ावा मिलना चाहिए और शिक्षा के स्तर को पूर्णतया प्रयोगात्मक कराने के लिए एक अलग से प्रौद्योगिकी मंत्रालय का गठन होना चाहिए जिसमें विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी से संबंधित गैजेट्स के निर्माण होने चाहिए तथा आमिष अपना कोटेशन प्रत्येक वीडियो में बोल कि लब आजाद हैं तेरे बोल की जुबान अब तक तेरी है से शुरुआत करते हैं और इनका कहना है कि बोलो अभी जबान नहीं काटी गई है और इनका पार्टी लेटर हेड पर आखिर नेता का बेटा नेता कब तक ? चल रही है भविष्य में आमिष के द्वारा जल्द ही एक विशाल पार्टी के बैनर के तले लाखों लोगों को इकट्ठा करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि समाज में पनप रही कुप्रथा कुरीतियों पर काबू पाया जा सके। वर्तमान समय में आमीष लखनऊ के प्रतिष्ठित एरा विश्वविद्यालय के बायो तकनीकी विभाग में विशेष शोधक के तौर पर कार्यरत हैं जो कि आयुर्वेदिक यूनानी बेस्ट औषधियों दवाओं पर ड्रग डिलीवरी ड्रग थेरेपी ड्रग डिजाइन पर कार्यरत हैं जहां पर इनका फीडबैक बहुत ही सराहनीय रहा है शोध के साथ-साथ में समय-समय पर ऐसे गैजेट भी बनाए हैं जिससे कार्यों को और भी आसान किया जा सका है विश्वविद्यालय की ओर से कराए जाने वाले सभी कॉन्फ्रेंस सेमिनार वर्कशॉप में बराबर की हिस्सेदारी व उपस्थिति दर्ज करते रहे हैं इस दौरान बाहर से आए मुख्य अतिथि वैज्ञानिक व प्रशासन की ओर से भेजे गए महत्वपूर्ण अग्रद्ध अधिकारियों से सैकड़ो प्रश्न करते हुए सुझाव भी दिए हैं तथा इनके द्वारा नोबेल नहीं तो क्या, भारत के महान वैज्ञानिक हम और विश्व में हमारा योगदान, बहुआयामी उत्तर प्रदेश राजनीतिक दृष्टिकोण, लखीमपुर खीरी पे पुस्तक बहुआयामी चेतन जन-जन तक पर पुस्तक लिख पूर्ण कर चुके हैं प्रकाशित कर सामाजिक कार्य हेतु निशुल्क वितरित की जा रही है उनका कहना है कि हम जनपद लखीमपुर खीरी के 1857 की क्रांति व क्रांतिकारियों के बारे में पुस्तक लिख रहे हैं लखीमपुर के युवा साथियों को प्रेरणा देना चाहते हैं जल्द ही यह पुस्तक पूर्ण हो जाएगी दोनों ही पुस्तकों को एक साथ प्रकाशित कराएंगे शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक पुस्तकों के साथ आमिश ने अनेक विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी भी पुस्तकों का प्रकाशन किया है जिसमें इंट्रोडक्टरी ऑफ नैनो साइंस एंड टेक्नोलॉजी महत्वपूर्ण है जो सोशल मीडिया की विभिन्न साइट अमेजॉन इंडियामार्ट के अतिरिक्त लखनऊ,कानपुर दिल्ली आदि की बाजारों में भी उपलब्ध है अमिष के द्वारा अभी तक जितनी भी पुस्तक प्रकाशित की गई हैं उनका कहना है कि वह उन समस्त विद्यालयों को निशुल्क वितरित करना चाहते हैं जिस विद्यालयों से उन्होंने शिक्षा ग्रहण की है और भविष्य में उन समस्त शिक्षकों को सम्मानित करना चाहते हैं जिन्होंने उनको इस योग्य बनाया। इनका कहना है कि एक महान लेखक बनकर समाज को कुछ पुस्तकें देकर जाना चाहते हैं ताकि इनके मरने के बाद भी इनका नाम जीवित रहे और कुछ ऐसे कार्य करना चाहते हैं जिससे इनके मां बाप का समाज में नाम रोशन हो और अपने मां बाप को गौरवान्वित करा सकें। अंत में अमिष का कहना है कि मुझे पूर्ण आशा ओर विश्वास है अगर प्रकृति ने मेरा साथ दिया तो मैं निश्चित तौर पर एक दिन राजनीति में एक बड़ा राजनीतिक बदलाव करके बड़े कार्य कर के और कुछ ऐसे लेख प्रकाशित करके समाज में अपने मां-बाप व और जनपद लखीमपुर खीरी का नाम अवश्य ही रोशन कर दूंगा अगर नहीं भी कर सका तो मुझे कोई गम नहीं होगा क्योंकि मैंने प्रयास तो किया आपका धन्यवाद आभार/
एम.फिल, प्री.पीएचडी (नैनोटेक्नोलॉजिस्ट)
विशेष शोधक एरा विश्वविद्यालय लखनऊ
विज्ञान तथा प्राद्यौगिकी लेखक
बहुआयामी शैक्षिक तकनीकी और अनुसंधान सोसायटी केअध्यक्ष
बहुआयामी राजनितिक पार्टी (बी.ए.पी )के संस्थापक
आम आदमी पार्टी पूर्व महासचिव
आप पार्टी पूर्व राजनितिक प्रवख्ता
बहुआयामी प्रकाशन के निदेशक
बहुआयामी समाचार के संस्थापक
संपादक बहुआयामी नैनो विज्ञान पत्रिका
विश्व धर्म लखनऊ जिले के अध्यक्ष
सर्वोदय हेल्थ एंड एनवायरनमेंटल सोसायटी के सचिव
भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन के सदस्य
VIBHA विज्ञान भारती के पूर्व सदस्य (स्वदेशी विज्ञान आंदोलन)
भारत के क्षेत्रीय विज्ञान सिटी लखनऊ (संस्कृति मंत्रालय) के सदस्य
रोबोटिक्स सोसायटी इंटिग्रल यूनिवर्सिटी लखनऊ के सदस्य
भारत स्काउट गाइड के सदस्य
C.S.I.R के सदस्य न्यूज़ / समचार
मानव कल्याण सेवा धर्म के सदस्य
विज्ञान प्रगति पत्रिका के सदस्य NISCAIR (C.S.I.R इंडिया)
ड्रीम मैगज़ीन के सदस्य विज्ञान प्रसार (विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय) भारत सरकार
भारत की अविष्कार पत्रिका N.R.D.C (D.S.I.R) और विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सदस्य
भारत के डी आर डी ओ समचार (रक्षा मंत्रालय) के पूर्व सदस्य
अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार सम्मेलन की भागीदारी
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (II.S.F) II.T नई दिल्ली 2016।
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (II.S.F) इंद्र गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ 2018।
एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार / सम्मेलन
शिक्षा, तकनीक और अनुसंधान के सेमिनार / सम्मेलन के आयोजक
कई और कॉपी राइट सामग्री जैसे चार्ट्स, बुक्स एंड रिसर्च पेपर्स / आर्टिकल्स आदि।
आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एंड रिसर्च लखनऊ द्वारा जुड़े फार्मास्युटिकल साइंस में अवसरों और भविष्य के अवसरों की खोज।
About Party National President( K.M.AMISH)
M.Phil, Pre. PhD (nanotechnologist)
Special Researcher of Era University Lucknow
Science and technology writer
President of the Multidisciplinary Educational Technical and Research Society
Founder of Multidimensional Political Party (BAP)
Former General Secretary of AamAadmi Party AAP
Aap Party Former Political Spokesperson
Director of Multidisciplinary Publications
Founder of Multidimensional News
Editor Multidisciplinary Nanoscience Magazine
President of Vishwa Dharma Lucknow District
Secretary of Sarvodaya Health and Environmental Society
Secretary of Sarvodaya Health and Environmental Society
Former member of VIBHA VigyanBharati (Indigenous Science Movement)
Member of India's Regional Science City Lucknow (Ministry of Culture)
Member of Robotics Society Integral University Lucknow
Member of Bharat Scout Guide
Members of C.S.I.R News / News
Member of Human Welfare Service Religion
Member of Science Progress Magazine NISCAIR (C.S.I.R India)
Member of Dream Magazine VigyanPrasar (Ministry of Science and Technology) Government of India
Member of India's invention magazine N.R.D.C (D.S.I.R) and Ministry of Science and Technology
Former member of DRDO Samachar (Ministry of Defence) of India
International Seminar Conference Participation
International Science Festival of India (II.S.F) II.T New Delhi 2016.
Indian International Science Festival (II.S.F) Indra Gandhi Pratishthan Lucknow 2018.
Over a dozen National International Seminars/Conferences
Organizers of Seminars/Conferences on Education, Technology and Research
Many more copy right material like Charts, Books & Research Papers/Articles etc.
Exploring opportunities and future opportunities in Pharmaceutical Science affiliated by Azad Institute of Pharmacy and Research Lucknow.
जीवन परिचय
के॰ एम॰ आमिश का जन्म 30 मई 1991 को एक छोटे से किसान परिवार के उसरी-पिपेरझला नामक गाँव मे हुआ पड़ोस के गाँव पिपेरझला के ही सरकारी स्कूल से , जिला पंचायत इंटर कॉलेज कस्ता हाई स्कूल , राजा लोने सिंह इंटर कॉलेज मितौली इंटरमिडेयट की पारिक्षा उत्तरीड़ करने के बाद जिले के युवराजदत्ता वाई॰डी॰पी.जी. कॉलेज 2012 में लखीमपुर खीरी से स्नातक बीएससी फ़िज़िक्स व कैमिस्ट्रि विषय के साथ संबन्धित (सी॰ एस॰ जे॰ एम॰, विषयविधलाया कानपुर ) से की उपाधि लेने के बाद स्नोक्तर एमएससी के लिए किसान महाविदलाया 2014 में बहराइच से , संबन्धित डॉ राममानोहर लोहिया अवध फैजाबाद विषयविधलाया से फ़िज़िकल कैमिस्ट्रि मे वेशेष योगिता प्राप्त कॉलेज टॉपर 71% के साथ उपधि प्राप्त करने के बाद उच्च स्तरी सिक्षा के लिए ( प्री॰ पीएचडी॰) सी॰एस॰जे॰एम॰यू॰कैम्पस से 2015-2016 में एम॰फिल॰ इन नैनो कैमिस्ट्रि (सिन्थिसिस च्रक्टेरिजटिओन एंड एप्लिकेशन ऑफ नैनो पार्टिक्लस) थेसिस ( नैनो तकनीकी) में विशेष योगिता के साथ प्रथम श्रेणी से उपाधि प्राप्त की /
इस दौरान मिस्टर के॰ एम॰ आमिश , विज्ञान के छेत्र में हो रहे अनेक प्रकार की प्रतियोगिताओ मे भागीदार रहे व अनेक पुरस्कार व प्रमाणपत्र प्राप्त किए तथा अनेक प्रकार के नेशनल ओर इंटरनेशनल कोन्फ़्फ़ेरेंके व सेम्मीनर्स में भागीदार रहे है जिनमें से सीडीआरआई लखनऊ व आईआईटी कानपुर के प्रमुख है / तथा आमिश ने कुल दो डिससेरतटीओन थेसिसे पब्लिश की है जो की सिन्थिसिस ऑफ कार्बन नैनो ट्यूब ,एंड सिन्थिसिस ऑफ नैनो पार्टिक्लस प्रमुख रही है / तथा नैनो तकनीकी से जुड़ेइनके लेख (कैरियर इन नैनो तकनीकी) सीएसआईआर निसकईर विज्ञान प्रगति में प्रकाशित हुये है तथा अनेक प्रकार की विज्ञान पत्रिकाओ जैसे विज्ञान प्रगति , साइन्स रेपोटर, आविष्कार ओर ड्रीम 2047 आदि
प्रमुख पत्रिकाओ के साथ जूड़े हुये है , तथा प्राप्त जानकारी के अनुसार इनके पास कैमिस्ट्रि व नैनो विषय से संबन्धित 400 से अधिक पुस्तकों का संग्रह है , स्वयं पठन पाठन के अतिरिक्त निरंतर प्रदेश के हजारो छात्र –छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए संघषरत हैं लखनऊ मण्डल पे सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में इनकी अधीयक्षता में भारत सरकार द्वारा पंजीकरत मुल्टिडिमेन्सिओनल एडुकटिनल टेक्निकल&रिसर्च सोसाइटी के नाम से शिक्षा के छेत्र में एनजीओ चला रहे है तथा शिक्षा के छेत्र में कार्य करने वाले लोगो के लिए सदैव तैयार रहते है /
भविष्य मे वैज्ञानिक व लेखक बन कर अपने माता पिता व देश का नाम रोशन करना चाहते है तथा अपनी स्वयं की लिखी पुस्तकों को उन सभी कॉलेजो को निशुल्क दान देना चाहते है जिन जिन विधालयों से शिक्षा ग्रहण की / मुझे पूरा विशवास है की में एक दिन अपने देश का नाम अवश्य रोशन करूंगा ओर शिक्षा के छेत्र मे एक मिशाल कायम करूंगा /
LIFE INTRODUCTION
K. M. Amish was born on 30 May 1991 in a small farmer's family in a village called Usri-Piperjhala, from the same government school in the neighboring village of Piperjhala. After completing the examination of District Panchayat Inter College Kasta High School, Raja Lone Singh Inter College Mitauli Intermediate, Yuvarajdatta Y.D.P.G. College after graduation from LakhimpurKheri in 2012 with B.Sc. Physics and Chemistry subject (C.S.J.M., Vidhyalaya Kanpur) For MSc from KisanMahavidyalaya, Bahraich in 2014, affiliated Dr. RammanoharLohia Avadh FaizabadVidyalaya Specialized College Topper in Physical Chemistry for higher level education after getting degree with 71% (Pre.Ph.D.) CS Graduated from JMU Campus in 2015-2016 with first class degree in M.Phil. in Nano Chemistry (Synthesis Characterization and Application of Nano Particles) thesis (Nanotechnology) with special aptitude.
During this, Mr. K. M. Amish has been a participant in various competitions in the field of science and has received many awards and certificates and has been a participant in many types of national and international conferences and seminars, out of which CDRI Lucknow and IIT Kanpur. is the head of / And Amish has published a total of two dissertation theses, which is Synthesis of Carbon Nano Tube, and Synthesis of Nano Particles / and his articles related to nanotechnology (Career in Nanotechnology) have been published in CSIR NISCAIR Science Progress and many more. Types of science magazines like VigyanPragati, Science Reporter, Avishkar and Dream 2047 etc.
Associated with leading magazines, and according to the information received, they have a collection of more than 400 books related to chemistry and nano subjects, besides self-study, thousands of students of the state are constantly struggling for a bright future. He is running an NGO in the field of education in the name of Multidimensional Educational Technical & Research Society, registered by the Government of India under his chairmanship in the entire Uttar Pradesh and is always ready for the people working in the field of education.
In the future, by becoming a scientist and writer, I want to illuminate the name of my parents and country and I want to donate my own written books to all the colleges from which I have received education / I have full faith that one day I will definitely illuminate the name of my country and I will set an example in the field of education.
राजनीतिक रुझान
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती गई समाज की समझ होने के साथ-साथ में भारत के अनेक विभागों में राजनेताओं व सरकारी अधिकारियों के द्वारा भ्रष्टाचार का स्तर चरम पर पहुंचने को स्वयं में अपनी आंखों के सामने देखने से ओर अपने कानों से सुनने से अनेक कार्यों में राजनीतिक दबाव दखलबाजी बनाते हुए धांधली बाजी अपने मनमाने रवैए से कानूनी कार्यों मैं हस्तक्षेप को कराने को देखते हुए समाज की विचारधारा ने अकस्मात राजनीति की ओर मोड़ते व रुझान हुआ
राजनीतिक मैं पहुंच कर अनेक प्रकार के राजनेताओं पर अंकुश लगाकर आरटीआई के माध्यम से जानकारी हासिल कर समाज हित में जनहित याचिका लगाकर दबाव बनाकर राजनीतिक स्तर से अनेक नई राजनैतिक पॉलिसी बनाने के लिए राजनीति में सक्रिय हुए।
भारत की उभरती पार्टी आम आदमी जो कि शिक्षा के क्षेत्र में अहम कार्य कर रही थी की ओर रुझान हुआ के एम आमिश सन 2016 में सदस्य की पद से सदस्यता लेते हुए जिला सचिव और महासचिव प्रवक्ता का पद लेते हुए राजनीतिक समझ विकसित हुई जिसमें उत्तर प्रदेश आप पार्टी के प्रभारी द्वारा जाति विशेष धर्म विशेष क्षेत्र विशेष पर राजनीति करने पर के एम आमिश जी के द्वारा अंकुश लगाने पर व पर्दे के पीछे की जा रही राजनीति पर हस्तक्षेप कर जगजाहिर करने पर या राजनीति के गलत निर्णय पर शीर्ष नेतृत्व पर शिकायत करने से
राजनीति कार्यों व कार्यकर्ताओं का हनन होने के कारण सन 2020 में आम आदमी पार्टी को इस्तीफा प्रेषित करने के पश्चात ही शिक्षा तकनीकी अनुसंधान के क्षेत्र में समाज हित में बेहतर विकल्प तलाशने के लिए एक नई व उत्तर प्रदेश के अनेक कार्यकर्ताओं की मांग पर बहुआयामी राजनीतिक पार्टी (बी ए पी) का सन 2021 में गठन किया।
जिसमें अन्य राजनीतिक पार्टी की तुलना में पार्टी के संविधान में अनेक उतार-चढ़ाव बदलाव किए गए।
संपूर्ण उत्तर प्रदेश के लिए नए ढंग से राजनीतिक मॉडल जोड़ा जा रहा है।
जिसके प्रत्येक जनपद में हो रही समस्याओं पर रोड मैप बनाया जा रहा है। तथा भारत की एकमात्र बहुआयामी राजनीतिक पार्टी अन्य राजनीतिक पार्टियों से भिन्नता को साधे हुए हैं
उदाहरण के तौर पर अन्य राजनीतिक पार्टियों में जिला अध्यक्ष की नियुक्ति होती है जबकि बहुआयामी राजनीति पार्टी में लोकसभा अध्यक्ष की नियुक्ति की जाती है
पार्टी के ही अंदर अहम भूमिका निभाने वाली महिला कार्यकारिणी की टीम बी जो कि पार्टी की मुख्य कार्यकारिणी के कार्यों पर फैसले लेने का कार्य करती है पुरुष साथी पुरुष साथी को पार्टी से निष्कासित नहीं कर सकता जिसके लिए महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष का फैसला अहम माना गया है।
बहुआयामी राजनीतिक पार्टी के समस्त पदाधिकारी बहुआयामवाद की शपथ लेकर ही पार्टी पदाधिकारी के तौर पर नेतृत्व करते हैं।
बहुआयामी राजनीतिक पार्टी की समस्त भारत वासियों के सहयोग से भारत के संविधान में निम्न बदलाव की मांग करती है जिसके अनुसार भारतीय संविधान में भारतीय नागरिकता के लिए मूल शपथ फंडामेंटल एफिडेविट को शामिल कराने का उद्देश्य है तथा शिक्षा तकनीकी एवं अनुसंधान के क्षेत्र में शिक्षण के स्तर को पूर्णतया प्रयोगात्मक कराने का संकल्प लेकर चल रही है।
जिसके लिए बहुआयामी राजनीतिक पार्टी केंद्र में पहुंचने पर एक अलग से मंत्रालय का गठन करेगी जिसमें विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी से संबंधित शिक्षण के स्तर को पूर्णतया प्रयोगात्मक सरल सुचारू बनाने के लिए गैजेट्स का निर्माण करेगी।
Political Trends
As the age increased, with the understanding of society, in many departments of India, from seeing in front of our eyes and hearing with our ears, the level of corruption reached to the peak by politicians and government officials in many works. Interfering political pressure, rigging, in view of his arbitrary attitude to interfere in legal work, the ideology of the society suddenly turned towards politics and tended.
After reaching the political level, by curbing many types of politicians, getting information through RTI and putting pressure on public interest litigation in the interest of the society, became active in politics to make many new political policies from the political level.
India's emerging party AamAadmi, which was doing important work in the field of education, trended towards KM Amish, taking the post of District Secretary and General Secretary, Spokesperson in 2016 by taking membership of the member's post, political understanding developed in which Uttar Pradesh From the in-charge of the AAP party to curbing politics on a particular religion, a particular area by KM Amish ji and interfering on the politics being done behind the scenes, or complaining to the top leadership on the wrong decision of politics.
A new and multidimensional political party on the demand of many workers of Uttar Pradesh to find better options in the interest of society in the field of education and technical research only after sending resignation to the AamAadmi Party in the year 2020 due to the abuse of political work and workers. (BAP) was formed in the year 2021.
In which many ups and downs were made in the constitution of the party as compared to other political party.
A new political model is being added for the whole of Uttar Pradesh.
A road map is being prepared on the problems being faced in each district. And India's only multi-faceted political party is different from other political parties
For example, in other political parties, the district president is appointed, while in a multi-dimensional political party, the Lok Sabha speaker is appointed.
Team B of the female executive, which plays an important role within the party, which is responsible for taking decisions on the functions of the party's chief executive. Is.
All the office bearers of a multidimensional political party lead as party office bearers only by taking the oath of Multidimensionalism.
With the cooperation of all the people of India, the multi-dimensional political party demands the following changes in the Constitution of India, according to which the basic oath for Indian citizenship in the Indian Constitution is aimed at including the Fundamental Affidavit and the level of education in the field of education, technology and research. It is going on with the resolve to make it completely experimental.
For which a multi-faceted political party will form a separate ministry on reaching the centre, in which it will manufacture gadgets to streamline the level of education related to science and technology.